बिहार के राजधानी पटना से नीट पेपर लीक का मामला सामने आया है. वही दूसरे ओर राजस्थान में गलत पेपर बांटने पर स्टूडेंट ने हंगामा मचाया. जिसकी वजह से करीब 24 लाख परीक्षार्थियों की मेहनत पर पानी फिरने की आशंका गहरा गई है।
बिहार से नीट पेपर लीक मामला सामने आया ?
बिहार से NEET UG 2024 पेपर लीक खबर सामने आई हैं पटना पुलिस ने NEET पेपर लीक मामले में कुछ आरोपियों पर FIR किया है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया है. राँची इंटेलिजंस की सूचना के बाद करीब 8 लोगों से नीट पेपर लीक के मामले में पूछताछ चल रही हैं. वही NEET परीक्षा ने पेपर लीक मामले से साफ इंकार कर दिया
राजस्थान के परीक्षा केंद्र पर मुन्ना भाई पकड़ाया
राजस्थान के भरतपुर में एक डमी कैंडिडेट को परीक्षा देते पकड़ा गया है. वही राजस्थान के ही सवाई माधोपुर में हिंदी मीडियम के परीक्षार्थियों को अंग्रेजी मीडियम पेपर बांटने का मामला सामने आया है जिसके बाद परीक्षार्थियों और अभिभावकों ने जमकर हंगामा मचाया है राजस्थान के सिफर में एक परीक्षार्थियों ने दूसरे परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र के बाहर चाकू मार दिया और वह आराम से परीक्षा देता रहा और पुलिस बाहर इंतजार करता रहा।
हिन्दी मीडियम परीक्षार्थियों को अंग्रेजी का पर्चा दिया
राजस्थान के सवाई माधोपुर के आदर्श विधा मंदिर परीक्षा केंद्र पर तो ग़ज़ब ही हो गया. हिन्दी मीडियम परीक्षार्थियों को अंग्रेजी और अंग्रेजी मीडियम को हिन्दी का पर्चा बांट दिया जिसके बाद हंगामा मच गया रिपोर्ट के अनुसार परीक्षार्थियों ने आपत्ति जाहिर की तो उनके साथ बादशलुकी की गई हंगामे के बीच कई परीक्षार्थी पर्चा लेकर परीक्षा केंद्र के बाहर आ गए. परीक्षार्थि को पेपर और ओलमआर शीट अलग-अलग दी गई थी. ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि पेपर पहले ही खोल दिया गया था और इन्हीं के जरिए पेपर लीक किया गया.
NTA ने पेपर लीक पर क्या बोला?
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने स्वीकार किया है कि राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक केंद्र पर गलत पेपर बांट दिए गए थे. NTA ने नोटिस जारी करके कहा है कि नीट युजी 24 परीक्षा के दोरान बालिका उच्च माध्यमिक आदर्श विधा मंदिर मानटाउन सवाई माधोपुर के केंद्र अध्यक्ष द्वारा गलत पेपर का वितरण किया गया. जिसके चलते कुछ परीक्षार्थियों द्वारा रोकने के बावजूद परीक्षार्थि पेपर लेकर बाहर आ गए।
NTA ने लिया एक्शन
पेपर लीक होने बाद एनटीए ने इस मामले पर बताया कि सभी कैंडिडेट को सामने अवसर देने के लिए निर्णय लिया गया,जिस सेंटर पर ये घटना हुई वहां प्रभावित करीब 120 स्टूडेंट्स थे जिसके लिए 5 मई को ही दोबारा परीक्षा आयोजित की गई। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि सारे कैंडिडेट एग्जाम सेंटर पर हंगामा करना शुरू कर दिया था।